हाल ही में, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में विभिन्न श्रेणियों में भारतीय राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों और जिलों को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया।
- इसने विश्व शौचालय दिवस के अवसर को चिह्नित किया, जो हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है।
पृष्ठभूमि
जल शक्ति मंत्रालय के तहत पेयजल और स्वच्छता विभाग (DDWS) ने एक स्वतंत्र सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से स्वच्छ ग्रामीण सर्वेक्षण – 2019 (SSG 2019) शुरू किया था।
इसका उद्देश्य भारत के सभी जिलों की रैंकिंग को मात्रात्मक और गुणात्मक स्वच्छता के मापदंडों आधार पर विकसित करना था।
रैंकिंग
शीर्ष 3 राज्य
- तमिलनाडु,
- हरियाणा,
- गुजरात
शीर्ष 3 जिले
- पेद्दापल्ली (तेलंगाना),
- फरीदाबाद (हरियाणा),
- रेवाड़ी (हरियाणा)
अधिकतम नागरिक भागीदारी वाला राज्य − उत्तर प्रदेश (UttarPradesh)
कॉरपोरेट्स − सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (CMA), हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और AMUL ने स्वच्छ प्लास्टिक सेवा प्रबंधन के लिए स्वच्छ भारत सेवा अभियान − 2019 के तहत अपने योगदान के लिए।
प्रमुख बिंदु
- सर्वेक्षण में 97.5% लोगों को SSG – 2019 की जानकारी थी।
- स्वच्छता स्तर में पर्याप्त सुधार के लिए 81.3% उत्तरदाताओं ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (SBM-G) को श्रेय दिया।
- लोगो द्वारा अपने गांव में तरल अपशिष्ट (83%), और ठोस अपशिष्ट (84.1%) का प्रबंधन करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की सूचना दी।
रैंकिंग का आधार स्कूलों, आंगनवाड़ियों, हाट बाज़ारों, पंचायत जैसे सार्वजनिक स्थानों के सर्वेक्षण और स्वच्छ्ता पर आधारित था।