सोडियम (Sodium): Na गलित सोडियम का प्रयोग नाभिकीय रियेक्टरों में शीतलकों (Coolent) के रूप में किया जाता है। सोडियम वाष्प का प्रयोग सोडियम लैम्पों (sodium lamps) में किया जाता है। सोडियम क्लोराइड (NaCl) का प्रयोग खाने के नमक के रूप में किया जाता है, सोडियम
Continue Reading..धातु (Metals) आवर्त सारणी (periodic table) के अधिकांश तत्वों में धात्विक गुण पाये जाते हैं, जैसे- लोहा (iron), सोना (gold), सोडियम (sodium), कैल्सियम (calcium) आदि। आवर्त सारणी में धातु तत्वों को मुख्य रूप से बॉयी तरफ और बीच में स्थान दिया गया है, अर्थात वर्ग
Continue Reading..अम्ल (Acid) वह पदार्थ जिसमें जल मिलाने पर वह हाइड्रोजन आयन (H+ ) आयन मुक्त करता है, अम्ल (Acid) कहलाता है। अम्ल (acids) मुख्यत: दो प्रकार के होते हैं कार्बनिक अम्ल (Organic Acid) – फार्मिक अम्ल एवं एसिटिक अम्ल अकार्बनिक अम्ल (Inorganic Acid) – नमक, गंधक एवं
Continue Reading..परमाणु (Atom) किसी भी पदार्थ की वह इकाई होती है, जो पदार्थ की प्रवृत्ति को समझने के अति आवश्यक होती है। किसी भी पदार्थ में उसके सूक्ष्मतम इकाई के गुणों की पुनरावृत्ति ही होती है। जैसे – लोहे के 1 Kg के टुकड़े में वही
Continue Reading..डॉल्टन ने द्रव्यों (Matter) की प्रकृति के बारे में आधारभूत सिद्धांत प्रस्तुत किया। सर्वप्रथम ग्रीक दार्शनिकों (Greek philosophers) के द्वारा द्रव्य के सूक्ष्मतम कण, को परमाणु (Atomic) नाम दिया गया, डॉल्टन द्वारा भी द्रव्य के सूक्ष्मतम कण को परमाणु (Atomic) नाम दिया। डॉल्टन का परमाणु
Continue Reading..वह कोई भी वस्तु, जिसका द्रव्यमान होता है और स्थान घेरती है, द्रव्य (Matter) कहलाती है। हमारे आसपास की सभी वस्तुएँ द्रव्य द्वारा बनी होती हैं। जैसे – पुस्तक, कलम, पेन्सिल, जल, वायु आदि सभी जीव द्रव्य से बने होते हैं। द्रव्य की अवस्थाएं (States
Continue Reading..विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत तरल पदार्थों (द्रव्य) की संरचना, ऊष्मा (Heat) और ऊर्जा (energy) में परिवर्तन और उनकी परस्पर क्रिया का अध्ययन किया जाता है, रसायन विज्ञान (Chemistry) कहलाता है। रसायन विज्ञान के अध्ययन के अंतर्गत आने वाले द्रव्यों एवं अभिक्रियाओं की प्रकृति
Continue Reading..