महिला और बाल विकास मंत्रालय ने नई दिल्ली में भारतीय पोषण कृषि कोष (BPKK) लॉन्च किया है।
भारतीय पोषण कृषि कोष (BPKK) बेहतर पोषण परिणामों के लिए भारत में कृषि-जलवायु क्षेत्रों में विविध फसलों का भंडार होगा।
देश को मोटे तौर पर कृषि जलवायु विशेषताओं, विशेष रूप से मिट्टी के प्रकार, तापमान और वर्षा सहित जलवायु और इसकी विविधता और जल संसाधनों के आधार पर पंद्रह कृषि क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
इस सम्मेलन के दौरान, भारत में हरित क्रांति के जनक, एम. एस. स्वामीनाथन ने भारत के पोषण को सुरक्षित बनाने के लिए पाँच सूत्रीय कार्यक्रम दिया। जो निम्नलिखित हैं:
- महिलाओं, गर्भवती माताओं और बच्चों के लिए कैलोरी युक्त समृद्ध आहार सुनिश्चित करें।
- महिलाओं और बच्चों में प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए दालों के रूप में प्रोटीन का सेवन सुनिश्चित करें।
- विटामिन A, विटामिन B, आयरन और जिंक जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करना।
- स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें।
- प्रत्येक गाँव में पोषण साक्षरता का प्रसार विशेष रूप से 100 दिन से कम आयु के बच्चों वाली माताओं में करना।
पाँच सूत्रीय कार्यक्रम विभिन्न सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स जैसे – SDG 2 (ज़ीरो हंगर), SDG 3 (गुड हेल्थ एंड वेल बीइंग) और SDG 6 (क्लीन वाटर एंड सेनिटेशन) के साथ भी संरेखित करता है।
सरकार ने देश में प्रचलित कुपोषण से निपटने के लिए पोषण अभियान और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं।
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